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यूक्रेन: वतन वापस लौटना चाहते हैं भारतीय, सैन्य कार्रवाई की वजह से फंसे

रूस के द्वारा यूक्रेन पर सैन्य कार्रवाई के बाद यूक्रेन में रह रहे भारतीय फंस गए हैं। भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में इस मुद्दे को उठाया है और इसे लेकर एक एडवाइजरी भी जारी की है। भारतीय दूतावास ने कहा है कि यूक्रेन के ताजा हालात में लोग शांत रहें और जहां भी हैं वहां सुरक्षित रहें। 

दूतावास ने भारतीयों से अपील की है कि जो भी लोग यूक्रेन की राजधानी कीव की तरफ आ रहे हैं, वह अपनी जगहों को लौट जाएं और इस बारे में आगे भी एडवाइजरी जारी की जाएगी।

बता दें कि रूस ने यूक्रेन के पूर्वी इलाकों में जबरदस्त बमबारी शुरू कर दी है और यूक्रेन की सेनाएं भी इसका जोरदार जवाब दे रही हैं।

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अमेरिका और नैटो देशों के चेताने के बाद भी अब जब रूस ने यूक्रेन पर हमला कर दिया है तो इससे चिंता इस बात की बढ़ गई है कि यूक्रेन के लोग और वहां फंसे दूसरे देशों के लोगों का क्या होगा।

बताना होगा कि यूक्रेन के अलग-अलग इलाकों में 20000 से ज्यादा भारतीय छात्र और अन्य नागरिक रहते हैं और इनमें से कई रूस और यूक्रेन के सीमाई इलाकों में रह रहे हैं। भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में कहा है कि भारत के लोगों की हिफाजत करना उसके लिए सबसे अहम है।

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बता दें कि इस संकट के दौरान ही भारत और तमाम देशों ने अपने नागरिकों से अपील की थी कि वे यूक्रेन को छोड़ दें। यूक्रेन में रह रहे भारतीयों को लाने के लिए भारत की ओर से विमान भी भेजे गए जिसमें  कुछ भारतीय लौट आए थे। लेकिन अचानक युद्ध शुरू होने के कारण बड़ी संख्या में भारतीय वहां फंस गए हैं और वापस लौटने के लिए फ्लाइट का इंतजार कर रहे हैं। 

यूक्रेन ने हालात को देखते हुए अपने एयरस्पेस को बंद कर दिया है और इस वजह से भारतीयों को लेने यूक्रेन गया विमान लौट आया है। 

उधर, कीव से लोगों ने निकलना शुरू कर दिया है। पूरे कीव में इमरजेंसी सायरन बज रहे हैं और लोगों के निकलने के कारण सड़कों पर जाम लग गया है।

रूस की ओर से पूर्वी यूक्रेन के लुहान्स्क और दोनेत्स्क को आजाद देश के तौर पर मान्यता देने के बाद से ही उस पर दुनिया के तमाम देशों ने प्रतिबंध लगा दिए हैं लेकिन बावजूद इसके रूस पीछे हटने को तैयार नहीं है। 
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क़मर वहीद नक़वी
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