फ्रांस में राजनीतिक संकट गहरा गया है। दशकों बाद पहली बार ऐसा हुआ है कि सरकार गिर गई है और अब प्रधानमंत्री के सामने इस्तीफ़ा देने के अलावा कोई चारा नहीं है। फ्रांस के प्रधानमंत्री मिशेल बार्नियर के आज यानी गुरुवार को ही इस्तीफा देने की संभावना है। दक्षिणपंथी और वामपंथी सांसदों ने बुधवार को उनकी सरकार को गिराने के लिए मतदान किया। फ्रांस छह महीने में अपने दूसरे बड़े राजनीतिक संकट में फंस गया है।
फ्रांस में राजनीतिक संकट: सरकार गिरी, आज पीएम देंगे इस्तीफ़ा
- दुनिया
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- 5 Dec, 2024
प्रधानमंत्री मिशेल बार्नियर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित होने से यूरोपीय संघ की दूसरी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति अराजकता में फंस गई। ताज़ा संकट से उसके बजटीय और सामने मुँह बाए आर्थिक संकटों के बढ़ने का खतरा है।

इस्तीफ़ा देने के साथ ही बार्नियर एक ऐसे पीएम के तौर पर जाने जाएंगे जो आधुनिक फ्रांसीसी इतिहास में सबसे कम समय तक सेवा देने वाले प्रधानमंत्री होंगे। 1962 में जॉर्जेस पोम्पिडो के बाद से किसी भी फ्रांसीसी सरकार ने विश्वास मत नहीं खोया था। कट्टर वामपंथी और दक्षिणपंथी लोगों ने बार्नियर की सरकार को गिरा दिया। सरकार के ख़िलाफ़ इन लोगों में सबसे ज़्यादा ग़ुस्सा एक अलोकप्रिय बजट को लेकर था। मसौदा बजट में भारी घाटे को कम करने के लिए 60 बिलियन यूरो की बचत की मांग की गई थी। जाहिर है कि इसका सीधा असर आम लोगों पर पड़ता और विपक्ष ने इसी को मुद्दा बनाया।