अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप का ट्विवटर खाता 22 महीनों के बाद आज रविवार 20 नवंबर को बहाल कर दिया गया। शनिवार देर रात आए ट्विटर पोल के नतीजों के बाद ट्विटर के मालिक एलोन मस्क ने इसकी घोषणा की थी। एलोन मस्क ने शनिवार देर रात कहा कि ट्रंप को ट्विटर पर वापस आने की अनुमति दी जा रही है, क्योंकि 15 मिलियन मतदाताओं में से करीब 51.8 फीसदी लोगों ने ट्रंप का खाता बहाल करने के लिए वोट डाले थे। इस तरह देखा जाए तो इस पोल में ट्रंप को बढ़त मिली लेकिन वो बड़ा बहुमत नहीं है। दोनों तरफ फिफ्टी-फिफ्टी के आंकड़े के मद्देनजर महज 1.8 फीसदी ज्यादा वोट ट्रंप को मिला है। भारत सहित पूरी दुनिया में फैले ट्रंप के शुभचिंतकों को यह तथ्य याद रखना होगा कि ट्विटर पोल में करीब 48.2 फीसदी लोगों ने ट्रंप के खिलाफ भी वोट डाले हैं।
मस्क ने ट्वीट करके कहा - "लोग चाहते हैं। ट्रम्प को बहाल किया जाएगा।" ट्रंप का खाता 6 जनवरी, 2021 को यूएस कैपिटल में उनके समर्थकों द्वारा दंगे के बाद निष्क्रिय कर दिया गया था। क्योंकि ट्रंप के खाते का इस्तेमाल उनके समर्थकों को दिशा निर्देश देने का भी काम कर रहे थे और उस खाते पर जो लोग टिप्पणी कर रहे थे, उनमें भी दंगों के संबंध में कोई न कोई जानकारी होती थी। बहरहाल, ट्विटर खाता बहाल होने के बाद इस रिपोर्ट के लिखे जाने तक ट्रंप ने कोई ट्वीट अभी नहीं किया है। उनके खाते @realDonaldTrump पर अभी भी 8 जनवरी 2021 के ट्वीट दिख रहे हैं। शनिवार को लॉस वेगास के कार्यक्रम में ट्रंप ने एलोन मस्क और उनके ट्विटर पोल की तारीफ की थी। लेकिन उन्होंने संकेत दिया कि पोल में जीतने और खाता बहाल होने के बावजूद वो ट्विटर पर नहीं लौटेंगे। इसके बजाय उन्होंने अपना सोशल मीडिया नेटवर्क Truth Social बैन होने के बाद ही शुरू कर दिया था।
एलोन मस्क इस समय तमाम विवादों में फंसे हुए हैं। ट्विटर के कर्मचारी मुश्किल हालात का सामना कर रहे हैं लेकिन इन्हीं सब घटनाक्रमों के बीच एलोन मस्क ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप के लिए ट्विटर पर पोल आयोजित किया था। इस सप्ताह की शुरुआत में ट्रंप ने घोषणा की थी कि वो 2024 में फिर से अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में खड़े होंगे।
मस्क ने यह पोल शुक्रवार देर रात शुरू किया था। इसमें ट्विटर इस्तेमाल करने वालों से अपना-अपना वोट डालने के लिए कहा गया था कि क्या पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप का ट्विटर खाता फिर से बहाल कर दिया जाए। शनिवार दोपहर तक बीस लाख लोगों से ज्यादा ने वोट डाले थे, जिसमें लगभग 55% लोगों ने ट्रंप का ट्विटर खाता बहाल करने का विकल्प चुना था। खाता बहाल करने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही थी।
एलोन मस्क द्वारा ट्विटर पर शुरू किए गए पोल को लेकर लोगों ने मजाक भी उड़ाया। हालांकि अमेरिका में बड़ी संख्या में लोगों ने ट्रंप का समर्थन भी किया। लेकिन यह नहीं कहा जा सकता कि ट्रंप को बहुत भारी समर्थन विरोध के मुकाबले हासिल है। लेकिन ट्विटर पोल ने अमेरिकी लोगों की मनोदशा को तो बता ही दिया है। लोगों ने मीम बना कर पूछा था- क्या ट्विटर की मौत हो रही है। कुछ लोगों ने सवाल पूछा कि दो विवादास्पद लोग एक मंच पर। एक आ चुका है, दूसरा आने वाला है। कुछ लोगों ने मस्क की क्षमता पर ही सवाल उठा दिया। बहरहाल कुछ लोगों ने लिखा है - पब्लिक की आवाज़ ईश्वर की आवाज़ है।
मस्क के ट्विटर अधिग्रहण ने अभिव्यक्ति की आजादी और कंटेंट मॉडरेशन सहित कई चिंताओं को जन्म दिया था। हालांकि मस्क खुद को अभिव्यक्ति की आजादी का समर्थक भी कहते हैं। लेकिन ट्विटर को लेकर लिए गए उनके फैसलों की बड़े पैमाने पर आलोचना की जा रही है। जिसमें छंटनी से लेकर ब्लू टिक सत्यापन जैसे मुद्दे शामिल हैं।
एलोन मस्क ने शुक्रवार को कहा था कि उन्होंने अपनी साइट पर कुछ बैन एकाउंट को फिर से बहाल कर दिया है। जिसमें कॉमेडियन कैथी ग्रिफिन, मनोवैज्ञानिक जॉर्डन पीटरसन और रूढ़िवादी पैरोडी साइट बाबुल बी के ट्विटर खाते शामिल हैं। लेकिन ट्रंप पर तब तक निर्णय नहीं किया गया था। उसके बाद शुक्रवार देर रात ट्रंप को लेकर पोल आयोजित किया।
ट्विटर इस्तेमाल करने वाले इस बात पर बारीक नजर रख रहे थे कि क्या मस्क ट्रम्प को बहाल करेंगे। खासकर ऐसे में जब अमेरिकी अटॉर्नी जनरल मेरिक गारलैंड को ट्रंप की आपराधिक जांच के लिए नियुक्त किया गया है।
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