अडानी समूह के खिलाफ श्रीलंका में भी सोशल मीडिया पर अभियान शुरू हो गया है। गुरुवार को वहां बड़ा प्रदर्शन आयोजित करने की घोषणा की गई है। श्रीलंका में सोशल मीडिया पर चल रहे अभियान में आरोप लगाया गया है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे पर दबाव डालने के बाद अडानी समूह को एक ऊर्जा परियोजना मिली थी।