आतंकी संगठन इसलामिक संगठन यानी आईएसआईएस सरगना बग़दादी मारा गया। तो क्या इसके साथ ही आईएसआईएस की कहानी भी ख़त्म हो गई? यह सवाल मध्य-पूर्व के देशों से लेकर अमेरिका और पूरी दुनिया में उठ रहा है। और हर जगह इस पर संदेह जताया जा रहा है कि बग़दादी के मारे जाने से आईएसआईएस की सेहत पर ज़्यादा फ़र्क पड़ेगा।
बग़दादी के साथ ख़त्म नहीं हुई है आईएसआईएस की कहानी, क्यों?
- दुनिया
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- 28 Oct, 2019
आतंकी संगठन इसलामिक संगठन यानी आईएसआईएस सरगना बग़दादी मारा गया। तो क्या इसके साथ ही आईएसआईएस की कहानी भी ख़त्म हो गई?

आईएसआईएस पर इसका असर कैसा होगा? वह भी तब जब कई मायनों में आईएसआईएस पहले से ही फैल रहा है। यह तब है जब क़रीब पाँच साल से लगातार युद्ध झेलने के बावजूद आईएसआईएस का नेतृत्व लड़ रहा है। यह ख़ुद को नई परिस्थितियों में ढाल रहा है। अब जब खुले तौर पर क़ब्ज़ा जमाने की स्थिति में नहीं हैं तो वे घात लगाकर हमला करने, बम विस्फोट करने और हत्याओं को अंजाम देने के लिए वापस अपने गुरिल्ला रास्ता को अपना रहे हैं। इराक़ और सीरिया में भारी नुक़सान होने और अपनी ज़मीन खिसकने के बाजवूद आईएसआईएस ने एशिया और अफ़्रीका के देशों में 14 अलग-अलग सहयोगियों को शामिल करने के लिए अपनी पहुँच बढ़ाई है।