डॉक्टर मनमोहन सिंह की मृत्यु के बाद उनके जिन गुणों की सबसे अधिक चर्चा की जा रही है, वे हैं संयम, सभ्यता, शालीनता, सहनशीलता, स्थिरता और संवाद के गुण।यह सोचकर आश्चर्य होता है कि बहुत दिन नहीं हुए, हमारी राजनीति में और उससे भी अधिक हमारी सत्ता में ये गुण मौजूद थे। इन गुणों के कारण ही हम ख़ुद को जनतंत्र कह सकते थे। कोई समाज या देश तभी जनतंत्र कहा जा सकता है जब सत्ता में ये गुण हों।