योगी आदित्यनाथ ने काशी के ज्ञानवापी मसले पर नया विवाद खड़ा कर दिया है। उनका कहना है कि मुस्लिम समाज को आगे आकर ऐतिहासिक भूल का समाधान करना चाहिए। सवाल है कि जब मामला अदालत में चल रहा है तब मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठे व्यक्ति को ऐसा बयान देना चाहिए? योगी आदित्यनाथ आखिर करना क्या चाहते हैं?