मणिपुर पर सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश की टिप्पणी से नाराज़ हिन्दुत्ववादी । सोशल मीडिया पर ज़बर्दस्त ट्रोलिंग । गाली गलौज वाली भाषा । क्या ये सुप्रीम कोर्ट के डराने की कोशिश है ? क्या ये न्यायपालिका की स्वतंत्रता पर हमला है ? क्या ये फ़ैसले को प्रभावित करने की साज़िश है ?
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।