सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले के बाद अब गेंद स्पीकर के पाले में है । परीक्षा में पास होंगे या फेल ? सांसदी तो 24 घंटे में खारिज की 24 घंटों में क्यों नहीं बहाल की सदस्यता?
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।