पहले उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड। फिर स्मृति ईरानी और अब विदेश मंत्री जयशंकर । क्यों बीजेपी को सता रहा है विदेशी हाथ ? क्यों वो अड़ानी, बीबीसी फिल्म और जार्ज सोरोस में देख रहे हैं विदेशी साजिश ? क्या यही होगा बीजेपी का 2024 चुनाव का सबसे बड़ा नारा और मुद्दा ? क्या बीजेपी वाकई नर्वस है?
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।