रिष्ठ पत्रकार आशुतोष मार्च 2025 में सपा सांसद रामजी लाल सुमन के दावे—कि राणा सांगा ने बाबर को भारत बुलाया—से शुरू हुई बहस की पड़ताल करते हैं। इस वीडियो में आशुतोष बाबरनामा सहित ऐतिहासिक साक्ष्यों को खंगालते हैं, जहां बाबर ने सांगा से गठजोड़ का ज़िक्र किया, पर 1526 में इब्राहिम लोदी को हराने के बाद। इतिहासकार कहते हैं, खटोली में लोदी को हराने वाले शक्तिशाली राणा को बाबर की जरूरत नहीं थी।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।