शुक्रवार को देश में कई शहरों में मुस्लिमों का प्रदर्शन । कुछ जगहों पर हिंसा और लाठीचार्ज । नूपुर विवाद का क्या है अंत ? कैसे होगा ग़ुस्सा शांत ? ग़ुस्से के पीछे साज़िश या आक्रोश ?
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।