सुप्रीम कोर्ट ने नोटबंदी को 4-1 से सही ठहराया । लेकिन चर्चा हो रही है जस्टिस नागर्थना के विरोधी फ़ैसले की । क्यों ? क्या वाक़ई नोटबंदी सही थी ? क्या इससे वाकई जनता का भला हुआ ? अगर ऐसा है तो सरकार और बीजेपी चुनावों में इसका ज़िक्र क्यों नहीं करती ?
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।