कॉर्पोरेट सेक्टर पर जिस खुलासे का इंतजार था वो आ गया। OCCRP ने हिंडनबर्ग के लगाए आरोपों को और आगे बढ़ा दिया है। उनका कहना है कि अडानी कंपनियों में मैनेजमेंट से जुड़े लोगों के ही निवेश के पक्के दस्तावेज़ उनके हैं। यही नहीं सेबी पर आरोप है कि डीआरआई की चिट्ठी पर जांच करने के बजाय रेगुलेटर ने चुप्पी साध ली। क्या हैं यह आरोप और क्या इनसे बाज़ार फिर हिल सकता है? देखिए आलोक जोशी के साथ।