देश पर महा संकट पर किसकी जवाबदेही ? कोई इस्तीफ़ा नहीं? किसी को सजा नहीं ? क्यों ? आशुतोष के साथ चर्चा में श्रवण गर्ग, अनिल सिन्हा, सतीश के सिंह, प्रेम कुमार, विजय त्रिवेदी और आलोक जोशी
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।