प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बहुप्रचारित अमेरिकी यात्रा को कई मायनों में अभूतपूर्व बताया जा रहा है। लेकिन क्या यह वास्तव में इतिहास रचेगा और भारत के अंतरराष्ट्रीय संबंधों में आमूल-चूल बदलाव लाएगा, यह लाख टके का सवाल है।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।