मोदी सरकार के खिलाफ पहले बीबीसी की फिल्म । फिर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट और अब जार्ज सोरोस के बयान । क्या ये एक अंतरराष्ट्रीय साजिश है या मुद्दों से बचने के लिये बहाना ? क्या है हकीकत ?
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।