कपिल सिब्बल की चिट्ठी। कांग्रेस में कोई चिंता और चिंतन नहीं है। क्या कांग्रेस ख़त्म हो जायेगी? आशुतोष के साथ चर्चा में रशीद किदवई, आलोक जोशी और विजय त्रिवेदी!
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।