जामिया में शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर गोली किसने और क्यों चलाई? क्या यह नफ़रत की राजनीति का नतीजा नहीं है? केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने दो दिन पहले ही चुनावी रैली में नारा लगवाया था "देश के गद्दारों को, गोली मारो सालों को"। एक के बाद एक दूसरे कई नेता भी ऐसी ही बयानबाज़ी करते रहे हैं। आख़िर क्यों ऐसी स्थिति आन पड़ी? देखिए आशुतोष की बात में वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश और वीरेंद्र सेंगर के साथ चर्चा।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।