देश के कई कोने दंगों में झुलस रहे हैं । सांप्रदायिकता उफान पर हैं । दिल्ली में पिछले दो साल में दूसरा दंगा ! दिल्ली सीधे ताकतवर गृहमंत्री अमित शाह के अधीन । पहले दिल्ली में दंगा 52 मरे, जाँच पर ढेरों सवाल अदालतों ने उठाये । अब जहांगीरपुरी धधक रहा है ? क्या है असली कारण ? क्यों पुलिस नहीं रोक पा रही ? क्यों अमित शाह नाकाम हैं ?
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।