जेपी नड्डा के अध्यक्ष बनते ही क्या अब बीजेपी में अमित शाह युग ख़त्म हो गया है? क्या यह संभव है कि पीछे के दरवाज़े से पार्टी में सबकुछ अमित शाह तय करेंगे? या फिर जेपी नड्डा को अध्यक्ष बनाकर आरएसएस पार्टी को अपने एजेंडे पर चलाएगा? क्या बदलेगा इस पर देखिए आशुतोष की बात में वरिष्ठ पत्रकार विनोद अग्निहोत्री और विजय त्रिवेदी के साथ चर्चा।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।