इंडिया गठबंधन में 14 एकंरो का बहिष्कार करने का ऐलान किया है ! वो इन एंकरों के शोज में हिस्सा नहीं लेंगे । विपक्षी दलों का ये फ़ैसला कितना सही है और क्या नफरत फैलाने वाली पत्रकारिता को पत्रकारिता कहा जा सकता है ? आशुतोष के साथ चर्चा में राहुल देव, सबा नकवी, करण वर्मा और आलोक शर्मा !
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।