कंधार हाईजैकिंग पर बनी OTT सीरीज़ पर विवाद हो गया है । सरकार ने सीरीज़ के निर्माताओं को तलब किया । कहा गया कि जानबूझकर आतंकियों के नाम हिंदू रखे गये । क्या वाक़ई में राष्ट्रवाद के नाम पर भावनायें भड़काई गई, तथ्यों से खिलवाड़ किया गया या फिर सचाई को जस का तस दिखाया गया ? क्या अटल सरकार की पोल खुलने से नैरेटिव बदला गया ? आशुतोष के साथ चर्चा में सबा नकवी, विनोद अग्निहोत्री, करण वर्मा, कर्नल दिनेश नैन, अमिताभ और यशोवर्धन आजाद ।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।