तालिबान भारत के लिये कितना बड़ा ख़तरा ! काबुल ब्लास्ट क्या बढ़ायेगा कश्मीर में आतंकवाद ? क्या अफ़ग़ानिस्तान बनेगा आतंक का नया अड्डा ? क्या मोदी सरकार तालिबान को मान्यता दे ? आशुतोष ने बात की पूर्व विदेश सचिव और नेशनल सिक्योरिटी एडवाइज़री बोर्ड के पूर्व चेयरमैन श्याम शरण से ।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।