धार्मिक स्थल पर क्यों तोड़फ़ोड़ की गई। झगड़ा दो लोगों के बीच तो धार्मिक स्थल को निशाना क्यों बनाया? ह्वाट्सअप पर आस मुहम्मद की मौत की ख़बर किसने फैलाई? क्या दिल्ली में दंगा कराने की साज़िश थी? देखिए आशुतोष की बात में पूरी घटना का विश्लेषण।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।