मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार 28 दिसंबर को । संस्कार स्थल पर विवाद । सरकार चाहती है निगम बोध घाट पर हो अंतिम संस्कार । कांग्रेस ने लिखी चिट्ठी । प्रधानमंत्री से खडगे ने की बात, कहा जहां बने समाधि वहीं हो उनका अंतिम संस्कार । मनमोहन से जुड़े ढेर सारे अपने अनुभव न्यू इंडियन एक्सप्रेस के एडीटोरियल डायरेक्टर प्रभु चावला ने आशुतोष से बाँटे ।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।