पूर्व सीजेआई रंजन गोगोई ने गुरुवार को राज्यसभा के सदस्य के तौर पर शपथ ली। गोगोई के शपथ लेते वक्त कांग्रेस सांसदों ने शर्म करो-शर्म करो के नारे लगाये। गोगोई को राज्यसभा के लिये मनोनीत किये जाने के बाद से ही अदालती महकमे और सियासी गलियारों में कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। क्या गोगोई का शपथ लेना न्यायपालिका के लिये ख़तरा है? सुनिये, क्या कहा वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष ने।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।