यूपी के बुलंदशहर में दो साधुओं का क़त्ल। मीडिया चुप। बीजेपी चुप। ट्रोल आर्मी चुप। ये राजनीति/मीडिया का विद्रूप चेहरा। आशुतोष की बात।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।