पहलवान बेटियों क्यों ये सोचने के लिये मजबूर हुई कि वो मेडल गंगा में प्रवाहित करेगी ? क्यों बीजेपी सरकार बृजभूषण को बचा रही है ? क्या है सरकार की मजबूरी ? क्या उसे बेटियों की चिंता हैं ? आशुतोष के साथ चर्चा में कविता कृष्णन, जगमती सांगवान, पुष्प���ंद्र चौधरी, उत्कर्ष सिन्हा, मनोज सिंह और राकेश सिन्हा ।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।