राममंदिर के निर्माण की शुरुआत होते ही वोटबैंक की राजनीति शुरू हो गयी है। सिर्फ़ बीजेपी ही क्यों क्रेडिट ले जाये? और मोदी को क्यों श्रेय मिले!
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।