देश में गृह युद्ध जैसे हालात बनाये जा रहे हैं ? इसके पीछे का मक़सद क्या है ? क्या बीजेपी को हराया जा सकता है ? क्या विपक्ष के पास कोई रणनीति है ? क्या न्यायपालिका असफल हो गई है ? क्या नौकरशाही ने घुटने टेक दिये हैं ? क्यों नवरात्रि के मौक़े पर हिंसा का वातावरण बनाया गया ? आशुतोष ने देश के जाने माने विद्वान और भारतीय संस्कृति की गहरी समझ रखने वाले राजनेता पवन के वर्मा से बात की ।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।