उत्तर प्रदेश के राज्य विधि आयोग ने योगी आदित्यनाथ सरकार को मॉब लिंचिंग रोकने के लिए विशेष क़ानून बनाने की सलाह दी है। लेकिन पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक समुदाय के लोग इस क़ानून के मसौदे से डरे हुए हैं। जानिए, इस मुद्दे पर क्या कहते हैं वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।