क्या अरविंद केजरीवाल का राजनीतिक करियर अब तक के सबसे बड़े संकट का सामना कर रहा है? चुनावी झटकों की एक श्रृंखला के बाद, आम आदमी पार्टी (आप) का भविष्य अधर में लटक गया है। केजरीवाल के प्रभाव और आप के अस्तित्व को लेकर सवालों के घेरे में, कई लोग सोच रहे हैं: क्या यह पार्टी के लिए अंत है, या क्या यह प्रासंगिक बने रहने के लिए खुद को फिर से गढ़ सकती है? इस वीडियो में, हम आगे की चुनौतियों, मतदाताओं की बदलती भावनाओं और क्या आप में इस राजनीतिक आपदा से उबरने की क्षमता है, इस पर गहराई से चर्चा करेंगे।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।