कोरोना संक्रमण के संकट के बीच अयोध्या में राम नवमी पर प्रभु राम का प्राकट्योत्सव लाखों की भीड़ में नहीं रही, बल्कि यह सन्नाटे में मनाया गया। लॉकडाउन के कारण पूरा शहर सील है और इस कारण अयोध्या के क़रीब पाँच हज़ार मंदिरों में होने वाले राम जन्मोत्सव को भी मंदिरों के गर्भगृहों तक सीमित कर दिया गया। कहा जा रहा है कि सैकड़ों साल में पहली बार ऐसे सन्नाटे के माहौल में प्रभु का जन्मोत्सव मनाया गया।
कोरोना: राम नवमी पर अयोध्या रही सील, 5 हज़ार मंदिरों में सन्नाटे में मना प्राकट्योत्सव
- उत्तर प्रदेश
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- 2 Apr, 2020

कोरोना संक्रमण के संकट के बीच अयोध्या में राम नवमी पर प्रभु राम का प्राकट्योत्सव लाखों की भीड़ में नहीं रही, बल्कि यह सन्नाटे में मनाया गया।
कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग सबसे महत्वपूर्ण और कारगर उपाए है इसलिए लोगों को इकट्ठे होने पर पाबंदी थी। इसी कारण रामनवमी पर प्रभुराम की धार्मिक नगरी वीरान दिखी। सरयू नदी पर जहाँ हर साल 15 लाख की भीड़ स्नान के लिए जुटती थी, वहाँ सन्नाटा पसरा रहा। जिस तरह से पुजारी ठाकुर जी की पूजा लॉकडाडन में कर रहे थे उसी तरह से रामनवमी के दिन भी की गई। अयोध्या के मंदिरों के संत-महंतों को कनक भवन व प्रमुख मंदिरों में जाने की अनुमति नहीं दी गई।