असंसदीय शब्दों की जो नई सूची आई है उसके बाद विपक्ष क्या बोलेगा यह सवाल उठ रहा है .पृथ्वीराज चौहान की कहानी तो सुना सकते हैं पर जयचंद का नाम नही ले सकते हैं .महाभारत पर बात होगी पर शकुनी पर नही .पंद्रह लाख का जिक्र होगा पर जुमला शब्द नही चलेगा .फिलहाल लोकतंत्र जैसा शब्द अभी प्रतिबंधित नही हुआ है .शब्दों से कौन डरता है सुने आज की जनादेश चर्चा में .