जम्मू कश्मीर में बुधवार 25 सितंबर को दूसरे चरण का मतदान बहुत महत्वपूर्ण है। 26 सीटों में नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला और अपनी पार्टी के प्रमुख अल्ताफ बुखारी समेत 239 उम्मीदवार मैदान में हैं। इस चरण में नेशनल कॉन्फ्रेंस के दबदबे वाली सीटें हैं। इनमें पीडीपी का आधार लगातार कम होता गया है।
कश्मीर घाटी में 'प्रॉक्सी' दलों की आड़ में लोकसभा चुनाव लड़ने का भाजपा का प्रयोग बुरी तरह नाकाम रहा है क्योंकि उन सभी दलों के उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई। राज्य में विधानसभा चुनाव कभी भी हो सकते हैं। चुनाव आयोग ने चुनाव चिह्न पर सुझाव मांगे हैं। ऐसे में भाजपा क्या कश्मीर घाटी में चुनाव लड़ पाएगी या फिर इन्हीं प्रॉक्सी दलों को उतारेगी।