तुलसी अपने समय के देश को देखते, समझते हैं। उसमें उसकी विषमताएं, अच्छाइयां, बुराइयां, सुख-दुख सब शामिल है, रामराज्य उस युग की आशा, आकांक्षा का प्रतीक स्वप्न है।
राम चरित मानस की एक चौपाई को लेकर उठे विवाद पर स्वतंत्र पत्रकार ओम प्रकाश सिंह ने दार्शनिक, अवध विश्वविद्यालय के पूर्व शैक्षणिक सलाहकार, 'गांधी के राम' पुस्तक के लेखक डा अरुण प्रकाश से सच जानने के लिए बात की है। जानिए उनके विचारों को।