त्रिपुरा, मेघालय और नगालैंड में कोई आश्चर्य नहीं। नतीजे उम्मीद के मुताबिक ही आए। लेकिन क्या इन नतीजों में कोई संदेश छिपा है? क्या कह रहे हैं इन तीन राज्यों के चुनाव नतीजे? और क्या उपचुनावों को भी समझने की जरूरत है? आलोक जोशी के साथ कार्तिकेय बत्रा।
क्या त्रिपुरा की सत्ता बचा पाएंगे मोदी-शाह? सीपीएम और काँग्रेस का गठबंधन क्या उनसे त्रिपुरा छीन लेने में कामयाब हो सकता है? तिपरा मोठा पार्टी बीजेपी को नुकसान पहुँचाएगी या फिर गठबंधन को? त्रिशंकु विधानसभा की कितनी संभावनाएं हैं? अगर ऐसा हुआ तो कौन साध पाएगा सत्ता के समीकरण?
त्रिपुरा विधानसभा के लिए मतदान कल गुरुवार को होगा। बीजेपी के सामने अपनी सरकार बचाए रखने की चुनौती है। त्रिपुरा चुनाव में भी पीएम मोदी के नाम पर वोट मांगे गए हैं। इसलिए मोदी की साख भी त्रिपुरा में दांव पर है।
Satya Hindi news Bulletin सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन । कुश्ती संघ के अध्यक्ष और BJP सांसद की गिरफ्तारी की मांग । महिला पहलवानों ने कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष पर लगाए यौन उत्पीड़न के आरोप
त्रिपुरा में माकपा और कांग्रेस के साथ आने से अन्य राज्यों और अन्य दलों के लिए भी रास्ता खुल सकता है?एक राज्य में वे भले टकराए पर बाकी जगह साथ आ जाएं. आज की जनादेश चर्चा.