श्रीलंका के राष्ट्रपति चुनाव में यह जीत न केवल अनुरा कुमारा दिसानायके के लिए एक व्यक्तिगत जीत है, बल्कि उनकी वामपंथी पार्टी जनता विमुक्ति पेरामुना यानी जेवीपी के लिए भी एक अहम पल भी है। जानिए, कौन हैं दिसानायके और उनकी पार्टी का इतिहास।
मानवाधिकार उल्लंघन और युद्ध अपराध के आरोप झेल रहे गोतबया राजपक्षे ने सिहली राष्ट्रवाद के बल पर श्रीलंका का राष्ट्रपति चुनाव जीत लिया है। यह भारत के लिए बुरी ख़बर भी है।