मीडिया में खबरें थीं कि चार शंकराचार्य अयोध्या में राम मंदिर कार्यक्रम का राजनीतिकरण करने से नाराज हैं, इसलिए प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल नहीं होंगे। दो शंकराचार्यों ने खुलकर वीडियो बयान दिए, जिन्हें आरएसएस, वीएचपी, बजरंग दल, भाजपा आदि झुठला नहीं सकते। लेकिन विश्व हिन्दू परिषद ने शनिवार को कहा कि दो शंकराचार्यों ने समारोह का स्वागत किया है। लेकिन दोनों शंकराचार्यों ने यह भी नहीं कहा कि वे अयोध्या जा रहे हैं। विहिप इस यक्ष प्रश्न पर मौन है।