जस्टिस अब्दुल नज़ीर को राज्यपाल बनाए जाने पर बवाल क्यों खड़ा हो गया है? क्या उन्हें भी रंजन गोगोई की तरह पुरस्कार मिला है? क्या उन्हें राज्यपाल इसलिए बनाया गया है क्योंकि अयोध्या विवाद, तीन तलाक केस और नोटबंदी के फ़ैसले में उन्होंने सरकार के पक्ष में राय दी थी? क्या रिटायरमेंट के तुरंत बाद नियुक्ति से न्यायाधीशों को कोई संदेश दिया गया है?