यह खबर चौंकाने वाली है कि भारत से भागे हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी का नाम इंटरपोल के डेटाबेस से गायब है। चोकसी भारत में 13000 करोड़ का पीएनबी स्कैम कर भाग गया। उसे भारत वापस लाने की सारी कोशिशें नाकाम हो चुकी हैं। अब जिस तरह से यह घटनाक्रम सामने आया है, उससे लगता है कि उसे बचाने की कोशिश उच्च स्तर पर की गई है।
एसबीआई ने 21000 करोड़ और पंजाब नेशनल बैंक ने अडानी समूह की कंपनियों को 7000 करोड़ का लोन दे रखा है। अडानी समूह इस समय संकट में है। शेयर मार्केट में उसकी कंपनियां डूब रही हैं। ऐसे में सवाल उठ खड़ा हुआ है कि कहीं सरकारी बैंकों के लोन पर तो कोई खतरा नहीं है, अगर ऐसा हुआ तो सरकारी बैंक डूब सकते हैं।
नीरव मोदी के पिछले हफ़्ते जब लंदन में होने की जानकारी मिली थी तो भारत ने दावा किया था कि उसने कारोबारी को वापस लाने की कोशिश की है। लेकिन सरकार का यह दावा ग़लत निकला है।