ऑर्गनाइजर अखबार में मोदी मैजिक और हिन्दुत्व को 2024 आम चुनाव के लिए नाकाफी बताए जाने पर अगले लोगसभा चुनाव की चर्चा शुरू हो गई। पत्रकार कृष्ण प्रताप सिंह ने विपक्ष और सत्तारूढ़ पार्टी के तरकश की पड़ताल की है कि किसके पास क्या मुद्दे हैं।
कर्नाटक में भाजपा की हार और 2024 आम चुनाव के मद्देनजर ऑर्गनाइजर में प्रकाशित लेख का विश्लेषण अभी भी जारी है। ऑर्गनाइजर को आरएसएस से जुड़ा अखबार माना जाता है और इनमें प्रकाशित लेख संघ की नीतियों को प्रदर्शित करते हैं। स्तंभकार पंकज श्रीवास्तव ने भी इसका विश्लेषण किया है। पढ़िएः
कर्नाटक चुनाव में मिली हार और आने वाले कुछ विधानसभा और 2024 के आम चुनाव को लेकर आरएसएस के मुखपत्र ऑर्गनाइजर में प्रफुल्ल केतकर का एक लेख प्रकाशित हुआ है। आप उसे पढ़कर तमाम निहितार्थ निकाल सकते हैं।