राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण यानी एनएफएचएस ने सेक्सुअल पार्टनर पर जो आँकड़ा जारी किया है उससे धार्मिक आधार पर निशाना बनाने वालों को झटका लग सकता है। जानिए, किस धर्म में लोगों के औसत रूप से कितने सेक्सुअल पार्टनर हैं।
रूढ़िवादी माने जाने वाले कुछ ग्रामीण क्षेत्रों और राज्यों में क्या शहरी क्षेत्रों और राज्यों की अपेक्षा पुरुषों व महिलाओं के ज़्यादा सेक्सुअल पार्टर हैं? जानिए, राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण के आँकड़े क्या कहते हैं।
एक से ज़्यादा पत्नी रखने या बहुविवाह के लिए कौन ज़िम्मेदार है? यदि आपने वाट्सऐप, फेसबुक जैसे सोशल मीडिया पर एक समुदाय विशेष का नाम देखा है तो सरकारी आँकड़ा ही इसको ग़लत साबित करता है।
एनएफएचएस के सर्वे में पता चला है कि पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं की आबादी ज़्यादा हो गई है, तो क्या भ्रूण हत्या के मामले रुक गए और लोगों की बेटों की चाहत ख़त्म हो गई?