उस्ताद अमजद अली खान मंच पर हों और वो कोई नया राग न छेड़ें या पुराने रागों में कोई प्रयोग न करें यह हो नहीं सकता। वरिष्ठ पत्रकार शैलेश ने उस्ताद का गाया राग दुर्गा सुना और यह शानदार रिपोर्ट बनाई। पढ़ियेः
बाउल संगीत पश्चिम बंगाल का अपनी तरह की शैली का संगीत है। यह अध्यात्मिक रूप लेकर हमारे सामने आता है। जो सुनता है, वही इसका मुरीद हो जाता है। शैलेश से जानिए इस गायन शैली को किन लोगों ने जिन्दा रखा है।