ईवीएम पर सवाल उठाते हुए महाराष्ट्र के सोलापुर जिले में मरकडवाड़ी गांव के लोगों ने मंगलवार को बैलेट पेपर से मतदान करने की घोषणा की थी। इस मतदान के जरिये बताया जाना था कि दरअसल, गांव के लोग किस पार्टी को वोट देना चाहते थे। जबकि ईवीए से डाले गए वोट किसी और पार्टी को गये। महाराष्ट्र की कार्यवाहक सरकार ने इसे गंभीरता से लिया और गांव में पुलिस तैनात कर मतदान नहीं होने दिया। इसके बाद गांव वालों ने भी अपनी घोषणा वापस ले ली। लेकिन सरकार और पुलिस कहां तक ईवीएम की इस तरह इज्जत बचाएगी। अगर यह सिलसिला पूरे देश में चला तो केंद्रीय चुनाव आयुक्त राजीव कुमार बेनकाब हो जाएंगे।