पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने 2024 के लोकसभा चुनाव में देश के मतदाताओं को सावधान किया था कि वे भाजपा का वोट न दें, वरना उन्हें मोदी की विनाशकारी नीतियों का सामना करना पड़ेगा, संविधान और लोकतंत्र खतरे में पड़ जाएगा। नतीजा सभी लोग देख रहे हैं। वरिष्ठ पत्रकार पंकज श्रीवास्तव का विश्लेषणः
जर्मनी की पूर्व चांसलर एंजेला मर्केल ने भारत की दक्षिणपंथी सरकार और उसके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बड़ा हमला किया है। मर्केल ने अपनी आत्मकथा में लिखा है कि मोदी के सत्ता संभालने के बाद भारत में अल्पसंख्यकों खासकर मुसलमानों और ईसाइयों पर हमले बढ़े हैं। मर्केल ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह से भी अपनी मुलाकातों का जिक्र किया और डॉ सिंह को महान अर्थशास्त्री और भारत के लोगों के बारे में सोचने वाला शख्स बताया।
बाली जी 20 सम्मेलन में पीएम मोदी को मिल रहे सम्मान की तुलना पूर्व पीएम डॉ मनमोहन सिंह से किए जाने पर बीजेपी ने अतीत में झांकने का मौका दे दिया है। दूसरी तरफ कांग्रेस के पवन खेड़ा ने मीडिया को चुनौती दे दी है कि वो पीएम मोदी के खिलाफ कोई खबर चलाकर दिखाए। जानिए पूरी बहस क्या हैः
अर्थव्यवस्था की हालत ख़राब होना तो सरकार ने भी मान लिया है। इसके लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मनमोहन सिंह को ज़िम्मेदार बताया। क्या सच में ऐसा है? क्या प्रधानमंत्री मोदी की कोई जवाबदेही नहीं है? कौन ज़िम्मेदार है? नरेंद्र मोदी या मनमोहन सिंह? देखिए सत्य हिंदी पर आशुतोष की बात।