अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले राम मंदिर उद्घाटन समारोह से तृणमूल कांग्रेस और इसकी प्रमुख ममता बनर्जी ने भी किनारा कर लिया है। भाजपा और आरएसएस से जुड़े संगठनों ने चुन-चुन कर विपक्षी नेताओं को अयोध्या आने का निमंत्रण दिया है। विपक्षी दल समझ चुके हैं कि यह एक रणनीति है, जिसके तहत भाजपा यह गेम खेल रही है।