बैंकों का पैसा डुबानेवाले घोटालेबाज़ों को फिर मौका क्योें? कॉंग्रेस ने कहा सूट, बूट और झूठ की सरकार। आखिर रिजर्व बैंंक यह फैसला क्यों कर रहा है? क्या मोदी जी भूल गए कि उन्होंने कहा था, न खाऊंगा न खाने दूंगा? आलोक जोशी के साथ शीतल पी सिंह, राजीव रंजन सिंह, बैंक यूनियन लीडर संजय दास और अर्थशास्त्री प्रोफेसर जितेंद्र उत्तम।