हिंडनबर्ग रिपोर्ट में सेबी प्रमुख माधबी पुरी बुच के पति धवल बुच का नाम आया है। आखिर धवल बुच कौन हैं, क्या करते हैं। उनका अडानी कंपनियों से क्या लेना-देना है। इनके बारे में जानने की कोशिश करते हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को अडानी समूह को बड़ी राहत दी। अदालत में याचिकाएं दायर कर मांग की गई थी कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट के संदर्भ में एसआईटी जांच कराई जाए। याचिकाकर्ताओं ने कहा कि उन्हें सेबी जांच पर भरोसा नहीं है। वहां हितों का भी टकराव है। अदालत के फैसले के बाद उद्योगपति गौतम अडानी ने भी टिप्पणी की है।
सुप्रीम कोर्ट अडानी समूह के खिलाफ लगाए गए धोखाधड़ी वाले लेनदेन और शेयर-मूल्य में हेराफेरी के आरोपों की अदालत की निगरानी में जांच की मांग करने वाली याचिकाओं पर बुधवार को अपना फैसला सुनाया। सुप्रीम कोर्ट ने जांच को सेबी से एसआईटी को सौंपने से इनकार कर दिया और कहा कि सेबी ने जांच में लापरवाही नहीं बरती है।
लॉ से जुड़ी खबरों की वेबसाइट लाईव लॉ की रिपोर्ट के मुताबिक शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने जनहित याचिकाओं के उस समूह पर फैसला सुरक्षित रख लिया। इसमें हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा अडानी समूह की कंपनियों के खिलाफ लगाए गए आरोपों की अदालत की निगरानी में जांच की मांग की गई थी।